रावण ब्राह्मण न होकर यदि तथाकथित दलित या पिछड़े जाति का होता तो क्या होता?

दैवीय शक्ति पर्व शारदीय नवरात्रि के दशवें तिथि को विजय दशमी होता है और दशहरे का त्योहार बनाया जाता है तथा इस दिन रावण का दहन भी होता है।

रावण एक विद्वान ब्राह्मण और महान शिवभक्त था, लेकिन राक्षसी प्रवृत्ति का था। रावण का बध राम ने किया था और राम एक क्षत्रिय थे। ब्राह्मणों ने राम को भगवान विष्णु का ईश्वरीय अवतार कहा है और ब्राह्मण हमेशा ईश्वर के रूप में राम की पूजा करते है। ब्राह्मण रावण को एक अधर्मी और दुष्ट राक्षस कहता है और रावण ब्राह्मण के लिए कभी पूज्यनीय नही रहा।

लेकिन आज के परिप्रेक्ष्य में यदि रावण तथाकथित दलित या पिछड़े जाति का होता तो रावण के नाम पर तथाकथित दलित और पिछड़े जाति की राजनीति करते हुए दशहरे में रावण दहन का विरोध होता और रावण के समर्थन में सड़कों पर धरना, प्रदर्शन और आंदोलन होता। भारत में राजनेता रावण वध के नाम तथाकथित दलितों और पिछड़े जाति को ब्राह्मणों और क्षत्रियों के विरोध में खड़ा करके जाति के नाम पर बांटकर राजनीति करते।

रावण यदि तथाकथित दलित या पिछड़े जाति का होता तो जिस तरह एकलव्य के नाम पर जातिगत राजनीति की जाती है और लोगों का गुमराह किया जाता है कि एकलव्य एक दलित था और श्रेष्ठ धनुर्धर था इसलिए क्षत्रिय कौरवों और पांडवों के ब्राह्मण गुरू द्रोणाचार्य ने एकलव्य का अंगूठा मांग लिया, जिससे एकलव्य एक श्रेष्ठ धनुर्धर न रहे। जबकि एकलव्य के पिता निषादराज हिरण्यधनु श्रृगवेर राज्य के राजा थे, जो कि प्रयाग के पास स्थित निषादों का राज्य था। निषादराज हिरण्यधनु के मृत्यु के पश्चात एकलव्य राजा बना और अपने राज्य का विस्तार किया।

एकलव्य श्रीकृष्ण को शत्रु मानने वाले जरासंध के साथ मिल गया था। जरासंध की सेना की तरफ से एकलव्य ने मथुरा पर आक्रमण किया। एकलव्य ने यादव सेना के अधिकतर योद्धाओं को मार दिया था। श्रीकृष्ण और एकलव्य के बीच युद्ध हुआ और श्रीकृष्ण ने एकलव्य का बध किया। 

श्रीकृष्ण यदुवंशी अर्थात यादव हैं, जोकि आज के परिप्रेक्ष्य में तथाकथित पिछड़े जाति के है। श्रीकृष्ण को ब्राह्मणों ने भगवान विष्णु का ईश्वरीय अवतार कहा है और ब्राह्मण हमेशा श्रीकृष्ण की ईश्वर के रूप में पूजा करते है। 

एकलव्य के बाद उसका पुत्र केतुमान राजा बना। महाभारत युद्ध में केतुमान कौरवों की सेना की ओर से पांडवों से लड़ा था। इसका वध भीम ने किया था।

   ___राजेश मिश्रा_

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