भारत के अर्थब्यवस्था में सनातन हिन्दू त्योहारों और धर्म स्थलों का योगदान

भारत की वास्तविक संस्कृति सनातन हिन्दू संस्कृति है। भारत एक अध्यात्मिक देश है, और भारत के अध्यात्म का मूल आधार सनातन हिन्दू धर्म है। भारत सनातन हिन्दू धर्म के त्योहारों और धर्म स्थलों का देश है। सनातन हिन्दू धर्म के त्योहार आनंद, उत्सव और खुशियों से भरपूर होते हैं, और धार्मिक स्थल धार्मिक पर्यटन और दर्शन के केन्द्र है।

सनातन हिन्दू धर्म के त्योहार और धर्म स्थल भारत के अर्थब्यवस्था की रीढ़ है। पुरी दुनियां की बाजारों में और अर्थब्यवस्था में भले ही मंदी हो। लेकिन भारत में जब कोई सनातन हिन्दू धर्म का त्योहार आता है तो भारत के बाजारों को और अर्थव्यवस्था को मजबूती प्राप्त हो जाती है। नवरात्रि, दशहरा, दीपावली, होली, रक्षाबंधन आदि त्योहारों का जब भी आगमन होता है भारत के बाजारों में रौनक छा जाती है और भारत की अर्थव्यवस्था की गति बढ़ जाती है। इसी तरह भारत में अयोध्या, मथुरा, काशी, उज्जैन, बद्रीनाथ, केदारनाथ आदि अनेकों सनातन हिन्दू धर्म स्थलो के धार्मिक पर्यटन और दर्शन के कारण हजारों लोगों को रोजगार प्राप्त होता है और शहरों का विकास होता है। सनातन हिन्दू धर्म के धार्मिक केंद्रो द्वारा तमाम तरह के समाजिक कार्य किये जाते है और विद्यालय तथा अस्पताल भी चलाए जाते हैं। सनातन हिन्दू धर्म के धार्मिक केंद्रों द्वार बहुत से लोगों को रोजगार प्राप्त होता है। इनके कारण भारत के बाज़ारों को और अर्थव्यवस्था को मजबूती प्राप्त होती है। 

हमें अपने सनातन हिन्दू धर्म के त्योहारों और धार्मिक स्थलों की बिरासतो पर गर्व है।

   ___राजेश मिश्रा_

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