क्या उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद के ईसाई मिशनरी के स्कूल में कक्षा 7वीं के बच्चे ने डेस्क पर जय श्रीराम लिख दिया तो शिक्षका ने सजा दिया?

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उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद के ईसाई मिशनरी के स्कूल में कक्षा 7वीं के बच्चे ने डेस्क पर जय श्रीराम लिख दिया तो शिक्षका ने सजा दिया -

उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद के आकाश नगर में एक ईसाई मिशनरी के स्कूल होली ट्रिनिटी चर्च स्कूल में कक्षा 7वीं के बच्चे ने सोमवार 4दिसंबर2023 की सुबह डेस्क पर जय श्रीराम लिख दिया तो शिक्षका मनीषा मैसी नाराज हो गई और सजा के रूप में बच्चे के मुंह, बाल तथा सिर पर फ्लूड लगा दिया और अन्य छात्रों के सामने ऐसे ही बैठाएं रखा तथा स्कूल की छुट्टी से पहले थिनर से उसे साफ किया। जब बच्चे के घर वालों को इसका पता चला तो वह विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ स्कूल पहुंचे और मौके पर पुलिस को बुला लिया। मामला बढ़ता देख कर स्कूल की हेड मिस्ट्रेस मधुलिका जोसेफ ने माफी मांगते हुए दोषी शिक्षका को बर्खास्त करने की बात कही।

इस तरह की घटना ईसाई मिशनरी के स्कूलों में हमेशा घटती रहती है और अभी कुछ ही दिनों पहले ही उत्तर प्रदेश में झांसी में भी घटित हुई थी। ईसाई मिशनरी के स्कूल हिन्दू बच्चों को हिन्दू धर्म और हिन्दू देवी-देवताओं से हमेशा दूर रखना चाहते हैं। ईसाई मिशनरी के स्कूलों द्वारा ईसा मसीह के जन्म दिन के त्योहार क्रिसमस को स्कूलों में धूम-धाम से मनाया जाता हैं। हिन्दू बच्चों को ईसा मसीह के बारे में बताया जाता है। ईसाई मिशनरी के स्कूलों में प्रायः ईसा मसीह की झूठी बनाबटी कहानियां सुनाकर हिन्दू बच्चों को ईसाई धर्म और ईसा मसीह के प्रति आकर्षित किया जाता है। कहीं-कहीं तो ऐसा भी सुनने में आया है कि ईसाई मिशनरी के स्कूलों में हिन्दू बच्चों का ऐसा ब्रेनवाश कर दिया जाता है कि वे ईसा मसीह को ही सब कुछ मानने लगते हैं। यह सब कुछ ईसाई मिशनरी स्कूलों की धर्मान्तरण की एक सोची समझी साजिश होती है।

   ___राजेश मिश्रा_

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