वर्तमान सामायिक संदर्भ में भारत में खालिस्तान मूवमेंट का ईसाई मिशनरियों और इस्लामिक जेहादियों से क्या संबंध है?

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खालिस्तान मूवमेंट सिखों के लिए एक अलग स्वतंत्र देश की मांग हैं। वर्ष 1970 और 80 के दशक में भारत में खालिस्तान मूवमेंट का प्रभाव बहुत ज्यादा था तथा इसने आतंकवाद का रूप ले लिया था और इसका मुख्य केंद्र पंजाब था। लेकिन बाद के बर्षो में धीरे-धीरे यह मूवमेंट दब गया और वर्तमान में भारत में खालिस्तान मूवमेंट का प्रभाव बहुत ज्यादा नही है। वर्तमान में खालिस्तान मूवमेंट भारत के बजाय कनाडा में ज्यादा सुनाई देता है और खालिस्तान मूवमेंट का मुख्य केंद्र कनाडा बन गया है। खालिस्तान मूवमेंट को पाकिस्तान का समर्थन हमेशा मिलता रहा है।

भारत से बाहर विश्व में सबसे ज्यादा सिख कनाडा में रहते है। भारत से सिख पढ़ाई और रोजगार/ नौकरी के लिए सबसे ज्यादा  कनाडा जाते हैं। ईसाई मिशनरियों द्वारा सिखों का पंथ/धर्म परिवर्तन बहुत बड़ी संख्या में कराया गया है, और कराया भी जा रहा है। कनाडा में जितने भी सिख है वे अधिकांश ईसाई बन चुके हैं और पंजाब, हरियाणा व चंडीगढ़ में भी ईसाई मिशनरियों द्वारा बहुत बड़ी संख्या में सिखों का पंथ/धर्म परिवर्तन करके ईसाई बनाया गया है। ईसाई मिशनरियों द्वारा धर्म परिवर्तन के लिए विभिन्न तरह का प्रलोभन दिया जाता है और गुमराह किया जाता है। ईसाई मिशनरियों द्वारा बहुत ही चालाकी से सिखों का पंथ/धर्म परिवर्तन कराया गया है। ईसाई मिशनरियों द्वारा जिन सिखों का पंथ/धर्म परिवर्तन कराकर ईसाई बनाया गया है उनके नाम, वेषभूषा और रहन-सहन में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है तथा वे देखने में सिखों जैसे ही लगते हैं, लेकिन वे ईसा मसीह और ईसाई रिलीजन को मानते है। इसलिए दूसरे लोगों में भ्रम पैदा हो जाता है। दूसरे लोग इनको देखकर यह नही समझ सकते हैं कि ये सिख है या ईसाई।

आजकल जो खालिस्तान मूवमेंट चल रहा है वह सिखों से ईसाई बनने बालों द्वारा चलाया जा रहा है और इसका मुख्य केंद्र कनाडा है तथा कनाडा से भारत में खालिस्तान मूवमेंट को नियंत्रित किया जा रहा है और ईसाई मिशनरियों, इस्लामिक जेहादियों और पाकिस्तान की इस्लामिक जेहादी खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा समर्थन दिया जा रहा है और फंडिंग की जा रही है।

भारत को टुकड़े-टुकड़े करने की अलगाववादी साजिश मुसलमानों और ईसाईयों द्वारा हमेशा से की जाती है। भारत में जहां भी मुसलमानों और ईसाईयों की आबादी ज्यादा होती है वहां से हिन्दूओं को पलायन के लिए मजबूर किया जाता है।

   ___राजेश मिश्रा_

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