भारत के मुसलमानों द्वारा हमास के मुस्लिम आतंकवादियों की तुलना भारत के क्रांतिकारी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों से करना उचित नहीं
भारत के मुसलमान फिलिस्तीनी संगठन हमास के मुस्लिम आतंकवादियों की तुलना भारत के सरदार भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद, सुभाष चन्द्र वोस जैसे क्रांतिकारी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों से कर रहे हैं जो उचित नही है।
भारत के क्रांतिकारी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने भारत के स्वतंत्रता के लिए अपनी लड़ाई में हमास के मुस्लिम आतंकवादियों के जैसे किसी महिला और बच्ची को उसके मां-बाप, भाई, रिश्तेदारों और दुसरे लोगों के सामने नंगा करके दरिंदगी नही किया, बलात्कार नही किया और सड़कों पर नंगा नही घुमाया, निर्दोष लोगों की, महिलाओं, बच्चियों, बच्चों, बुजुर्गों, बिमार लोगों और मजबूर लोगों की क्रूरता से आंखे नही निकाला, अंगुलियों को नही काटा और बर्बरता से हत्या नही किया, मासूम छोटे बच्चों को निर्ममता से आग में नही भूना, किसी निर्दोष का घर नही लूटा और जलाया, तथा किसी के धार्मिक स्थलों को नही लूटा और तोड़ा।
भारत के क्रांतिकारी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की तुलना इस्लाम के नाम पर हैवानियत, बर्बरता, क्रूरता, और दरिंदगी करने वाले मुस्लिम आतंकवादियों से करना भारत के क्रांतिकारी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का अपमान है।
मै इस्लाम के पैदाइश से आज तक 1400 बर्ष के इतिहास को पढ़ते, सुनते और देखते आ रहा हूँ कि इस्लाम के नाम पर आतंक, दहशत और हिंसा में निर्दोष लोगों, महिलाओं, बच्चियों, बच्चों, बुजुर्गों, बिमार लोगों और मजबूर लोगों की हैवानियत, बर्बरता, क्रूरता और दरिंदगी से हत्या, बलात्कार, लूटपाट, और आगजनी किया जाता रहा है तथा दुसरे के धार्मिक स्थलों को लूटा, तोड़ा और कब्जा किया जाता रहा है। यह सब आज भी हो रहा है। दुनियां इस्लामिक आतंकवाद से पीड़ित रही है और आज भी है।
___राजेश मिश्रा_
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